भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का प्रकाशन पार्टी जीवन पाक्षिक वार्षिक मूल्य : 70 रुपये; त्रैवार्षिक : 200 रुपये; आजीवन 1200 रुपये पार्टी के सभी सदस्यों, शुभचिंतको से अनुरोध है कि पार्टी जीवन का सदस्य अवश्य बने संपादक: डॉक्टर गिरीश; कार्यकारी संपादक: प्रदीप तिवारी

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रविवार, 28 सितंबर 2014

भाकपा का महंगाई के खिलाफ देशव्यापी आन्दोलन 16 अक्टूबर को

लखनऊ 28 सितम्बर। कमरतोड़ महंगाई तथा सूखा एवं बाढ़ की आपदा से आम जनता को राहत दिलाने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 16 अक्टूबर को प्रदेश एवं देश के सभी जिला मुख्यालयों पर व्यापक रूप से धरने एवं प्रदर्शन आयोजित करेगी। यहां राज्य मुख्यालय पर चल रही भाकपा की राज्य कौंसिल की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया।
भाकपा राज्य सचिव डा. गिरीश ने बताया कि केन्द्र की मोदी सरकार के 4 माह के कार्यकाल में महंगाई ने भारी छलांग लगाई है जिसके बोझ तले आम जनता पिस कर रह गई है। कैसी विडम्बना है कि जो सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार हटाने के नाम पर ही सत्ता में आई थी, वह और भी बेशर्मी से महंगाई बढ़ाने में जुटी है। इसका कारण यह है कि जिस आर्थिक नव उदारवाद की नीतियों को पूर्ववर्ती केन्द्र सरकार लागू कर रही थी, वर्तमान केन्द्र सरकार उन्हीं विनाशकारी नीतियों को और भी मजबूती से लागू कर रही है। स्पष्टतया दिखाई दे रहा है कि मोदी सरकार कारपोरेट घरानों के हितों में बहुत ही बेबाकी से कदम उठा रही है और आम जनता के ऊपर इसका भार लाद रही है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली में सम्पन्न भाकपा की तीन दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में महंगाई के विरूद्ध देशव्यापी आन्दोलन छेड़े जाने का निर्णय लिया था। पार्टी की राज्य कौंसिल ने उत्तर प्रदेश में सूखा एवं बाढ़ की भारी तबाही को देखते हुए इस आन्दोलन को महंगाई, बाढ़ और सुखाड़ से राहत दिवस के रूप में 16 अक्टूबर को आयोजित किया है। भाकपा राज्य कौंसिल ने सभी जिला इकाईयों को निर्देश दिया है कि वे पूरी मुस्तैदी से इस आन्दोलन को कामयाब बनाने में जुट जायें और आम जनता के बीच जाकर इस मुद्दे पर आन्दोलन की जरूरत को बताया जाये।



कार्यालय सचिव
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भाकपा का महंगाई के खिलाफ देशव्यापी आन्दोलन 16 अक्टूबर को

लखनऊ 28 सितम्बर। कमरतोड़ महंगाई तथा सूखा एवं बाढ़ की आपदा से आम जनता को राहत दिलाने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 16 अक्टूबर को प्रदेश एवं देश के सभी जिला मुख्यालयों पर व्यापक रूप से धरने एवं प्रदर्शन आयोजित करेगी। यहां राज्य मुख्यालय पर चल रही भाकपा की राज्य कौंसिल की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया।
भाकपा राज्य सचिव डा. गिरीश ने बताया कि केन्द्र की मोदी सरकार के 4 माह के कार्यकाल में महंगाई ने भारी छलांग लगाई है जिसके बोझ तले आम जनता पिस कर रह गई है। कैसी विडम्बना है कि जो सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार हटाने के नाम पर ही सत्ता में आई थी, वह और भी बेशर्मी से महंगाई बढ़ाने में जुटी है। इसका कारण यह है कि जिस आर्थिक नव उदारवाद की नीतियों को पूर्ववर्ती केन्द्र सरकार लागू कर रही थी, वर्तमान केन्द्र सरकार उन्हीं विनाशकारी नीतियों को और भी मजबूती से लागू कर रही है। स्पष्टतया दिखाई दे रहा है कि मोदी सरकार कारपोरेट घरानों के हितों में बहुत ही बेबाकी से कदम उठा रही है और आम जनता के ऊपर इसका भार लाद रही है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली में सम्पन्न भाकपा की तीन दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में महंगाई के विरूद्ध देशव्यापी आन्दोलन छेड़े जाने का निर्णय लिया था। पार्टी की राज्य कौंसिल ने उत्तर प्रदेश में सूखा एवं बाढ़ की भारी तबाही को देखते हुए इस आन्दोलन को महंगाई, बाढ़ और सुखाड़ से राहत दिवस के रूप में 16 अक्टूबर को आयोजित किया है। भाकपा राज्य कौंसिल ने सभी जिला इकाईयों को निर्देश दिया है कि वे पूरी मुस्तैदी से इस आन्दोलन को कामयाब बनाने में जुट जायें और आम जनता के बीच जाकर इस मुद्दे पर आन्दोलन की जरूरत को बताया जाये।



कार्यालय सचिव
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